Tu Ishq Hai

तुझ को वफ़ाएँ दी थी, दिल से दुआएँ दी थी
क़दमों में तेरे हर खुशी थी वार दी
मेरा हमसाया तू था, मुझ में ही छाया तू था
तेरे लिए छोड़े सब, तू थी जानती

ऐसा हुआ क्या इश्क़ जो बचा ना?
करके हिसाब तू चल पड़ा
तेरा कुछ गया ना, मेरा कुछ बचा ना
उस रब से भी मैं लड़ पड़ा

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है

इश्क़ की बाज़ी हारी, इज़्ज़त भी सारी हारी
हमने तो प्यार में, हाँ, यार, सारी खुशियाँ वारी
तुझ को भुला के देखा, हँसी में छुपा के देखा
तुझे हम ना भूल पाए, जान गई ये दुनिया सारी

माना ये तू साथ नहीं, आ गई है दूरी
इश्क़ सारे पूरे होएँ, नहीं ये ज़रूरी
बस करूँ दुआ, तू जाने मेरे प्यार को
जैसे समझा हूँ मैं तेरी मजबूरी

तू ख्वाहिशें है किसी और की
संग हँस रहा कोई और की
तू खुदा बना किसी और का
तुझे पूजता कोई और है

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है

तुझे पा के खोने को मैं होने ना दूँ मुमकिन
मेरे संग खुदा है मेरा, होगी कैसे मुश्किल?
रखा है यक़ीं मैंने अपने प्यार पे
मेरे बिना रातें तेरी कटें तारे गिन-गिन

हो जाना चाहे किसी और की
तुझे जानेंगे मेरे नाम से
जो खुश है तू मेरे बिन, सनम
कहूँ अलविदा इसी शाम से

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है

तू इश्क़ है किसी और का
संग रह रहा कोई और है
तू ज़िंदगी किसी और की
तुझे जी रहा कोई और है



Credits
Writer(s): Harshit Tomar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link