Tere Sang

चुप के, चुप के बाँहों में आना चाहूँ, तू आने दे (आने दे)
चाहत तुझ से है ऐसी जो, पाना चाहूँ तुझे ही, पाने दे

चुप के, चुप के बाँहों में आना चाहूँ, तू आने दे
चाहत तुझ से है ऐसी जो, पाना चाहूँ तुझे ही, पाने दे

तेरे बिन मैं ऐसे जिया, मुझे क्या हुआ क्या पता
अब लौट आ, या मैं आऊँ, तू ही बता

तेरे संग जो पल जिया वो पल जिया मैं तेरे संग
तेरे संग जो पल जिया वो पल जिया मैं तेरे संग

चल मेरे संग बाँट ले तू अब तेरा वो जहाँ
तेरी-मेरी बस उम्र हो, चाहे जाए तू अब जहाँ
अब है वो आसमाँ जो मेरा है कहाँ
खुली सारी है ज़मीं, बस ढूँढे तेरा ही निशाँ

मुझे किसी की ना ख़बर हो, बस तेरी ही फ़िक़र
अब लौट आ, या मैं आऊँ, तू ही बता

तेरे संग जो पल जिया वो पल जिया मैं तेरे संग
तेरे संग जो पल जिया वो पल जिया मैं तेरे संग

तुम ही तो मेरा वो जहाँ हो, तुम से मैं रूठी हूँ कहाँ
राहों को तेरी मैं सारी दुनिया बना दूँगी वहाँ

चल फ़िर साथ चल, बात कर, आ मुझे प्यार कर
लौट आ, ना मुझे तू सता
'गर तू ना कभी आएगी, मुझ को जो तड़पाएगी
अब क्या करूँ मैं? खुद ही आऊँ वहाँ

तेरे संग जीती रहूँ, चलती रहूँ मैं तेरे संग
तेरे संग जीती रहूँ, चलती रहूँ मैं तेरे संग

तेरे संग चलना चाहूँ, तेरे बिन ना जीना चाहूँ
मुझे प्यार कर के देख ले, तुझे चाँद भी मैं ला दूँ



Credits
Writer(s): Ritesh Nanda
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