Kuch Bhi Nahi Hai

मुझे फिर तबाह कर
मुझे फिर रुला जा
शितम करने वाली
कहीं से तू आजा

मुझे फिर तबाह कर
मुझे फिर रुला जा
शितम करने वाली
कहीं से तू आजा
कहीं से तू आजा

आँखों में तेरी ही
सूरत बसी है
तेरी ही तरह तेरा
ग़म भी हसीं है

तू जो नहीं है तो
कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल
जवाँ है, हसीं है

तू जो नहीं है तो
कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल
जवाँ है, हसीं है

जिधर भी ये देखें
जिधर भी ये जाएँ
तुझे ढूंढती हैं
ये पागल निगाहें

जिधर भी ये देखें
जिधर भी ये जाएँ
तुझे ढूंढती हैं
ये पागल निगाहें
ये पागल निगाहें

मैं ज़िंदा हूँ लेकिन
कहाँ ज़िंदगी है!
मेरी ज़िंदगी तू
कहाँ खो गई है

तू जो नहीं है तो
कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल
जवाँ है, हसीं है

तू जो नहीं है तो
कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल
जवाँ है, हसीं है



Credits
Writer(s): Vicky Singh
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