Beparwah

ओ, बेकदर, बेपरवाह, क्यूँ समझ ना पाए प्यार?
मेरी क्या खता?, जिसकी सजा, देते रहे हमें हर बार
तुम मुझे याद करोगे, जब ना रहेंगे तेरे पास
मिलने की कोशिश करोगे पर, हम ना रहेंगे तेरे साथ
ओ, बेकदर, बेपरवाह, क्यूँ समझ ना पाए प्यार?

ऐसे तुम खुदगर्ज़ हो, ये जान के हैरान हैं
तेरे से डर लग रहा, बिन तेरे भी परेशान हैं
क्या करें हम को भी तेरी, ऐसी आदत हो गई है
चाहें ना चाहें ये आँखे, तेरी खातिर रो रही हैं

सोच के अगर ना रहे हम, जाने क्या होगा तेरा हाल
तुम कभी गमज़ार हो, तो कौन रखेगा ख्याल?
ओ, बेकदर, बेपरवाह, क्यूँ समझ ना पाए प्यार?

हाल हैं हर हाल में, हैं चाहते तेरी ख़ुशी
हम रहें या ना रहें, लभ पे रहे तेरे हँसी
क्या फ़र्क पड़ता है?, जब हम खुद से ही नाराज़ हैं
चाहके भी कह सकें ना, दबे हुए इक साज़ है

इश्क़ है या है ज़हर, चले ना हमें ये पता
तुम मेरे दिल में बसे हो, हम हैं कहाँ ये दो बता
Ho-ho-ho-ho



Credits
Writer(s): Sanjay Pathak
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