Deva

ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ गण-गण गणपतेय
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ गण-गण गणपतेय
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ

ध्यान धरे मेरा मन, आँखें बस तुमको निहारें
ध्यान धरे मेरा मन, आँखें बस तुमको निहारें
१२ मास बाद आज तुम फिर से मेरे घर पधारे

वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरुमे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा
वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरुमे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा

एकदंत, दयावंत तुमको पुकारे
भीड लगी है दरस को तेरे, देख है कितने सारे
एकदंत, दयावंत तुमको पुकारे
भीड लगी है दरस को तेरे, देख है कितने सारे

जैसे मूसक वाहन तेरा, मुझे भी तू अपना ले
जैसे मूसक वाहन तेरा, मुझे भी तू अपना ले
और ना माँगूँ कुछ तोह से, मोहे सेवक ही बना ले

ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ गण-गण गणपतेय
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ गण-गण गणपतेय
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ

प्यारे पुत्र पार्वती के, पिता महादेवा
तिलक माथे पर तोह रे और संत करे सेवा
कोई चढ़ाए पान तोह के, कोई चढ़ाए मैवा
कोई कहे तुम्हें गणपती और कोई बुलाए देवा

"जय गणेश, जय गणेश देवा," मैं दोहराऊँ
"जय गणेश, जय गणेश देवा," मैं दोहराऊँ
और ना माँगूँ कुछ तोह से, तोह री सेवा ही करता जाऊँ

ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ गण-गण गणपतेय
ॐ गण-गण गणपतेय, ॐ

वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरुमे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा



Credits
Writer(s): Manan Bhardwaj
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