Rab Jaane

बाहों में भरूँ, तेरी ज़ुल्फ़ें सँवार लूँ
यादों में आ तुझे प्यार दूँ, प्यार दूँ
जब तू थी सामने, मैं मशरुफ़ था काम में
मुझको ख़बर ही थी नहीं जान थी तू

इश्क़ मेरा मैं जानूँ
तू जाने, रब जाने
चुपके से लिखता तुझे
ख़त कितने अंज़ानें

जागता रहा, ताकता रहा
तस्वीर तेरी मैं बे-ईन्तेहाँ
नापता रहा, मैं लांघता रहा
ख़्वाबों में अपनी ये दूरियाँ

जब तू थी सामने, मैं मशरुफ़ था काम में
मुझको ख़बर ही थी नहीं जान थी तू
जो अब तू दूर है, तेरी यादों का नूर है
इस अकेलेपन में तेरा शुरुर है

इश्क़ मेरा मैं जानूँ
तू जाने, रब जाने
चुपके से लिखता तुझे
ख़त कितने अंज़ानें



Credits
Writer(s): Ankit Kaneri
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