Ek Tarfa Mohabbat

जिसे दूर से देख कर ही लबों पे हँसी आ जाती है
जिसे दूर से छू कर ही तितलियाँ गुदगुदाती हैं
उससे चाहूँ जो मैं, बस वो उसकी सोहबत है

वो मेरी, वो मेरी एकतरफ़ा, एकतरफ़ा मोहब्बत है
वो मेरी, वो मेरी एकतरफ़ा, एकतरफ़ा मोहब्बत है

ख्वाहिशें दबी-दबी सी है जाती सीनें में कहीं
बोले ना लफ़्ज़ एक भी एकतरफ़ा ये कहानी मेरी
बारिशें उम्मीदों की गिर जाती चेहरे पे कहीं
हँस के जो देखे वो तभी, हाए, एकतरफ़ा ये कहानी मेरी
उससे माँगू जो मैं बस वो उसकी रहमत है

वो मेरी, वो मेरी एकतरफ़ा, एकतरफ़ा मोहब्बत है
वो मेरी, वो मेरी एकतरफ़ा, एकतरफ़ा मोहब्बत है



Credits
Writer(s): Naman Jain, Yashraj Kapil
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