Commentary And Bekhudi Mein Sanam

बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम
आ गये, आ गये, आ गये पास हम
बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम
आ गये, आ गये, आ गये पास हम
बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम
आ गये, आ गये, आ गये पास हम
बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम

आग ये कैसी मन में लगी है, मन से बढ़ी तो तन में लगी है
आग नहीं ये दिल की लगी है, जितनी बुझाई उतनी जली है
दिल की लगी ना हो तो क्या ज़िन्दगी है
साथ हम जो चले, मिट गये फ़ासले
आ गये, आ गये, आ गये पास हम
बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम

खोई नज़र थी, सोये नज़ारे, देखा तुम्हें तो जागे ये सारे
दिल ने किये जो दिल को इशारे, मिल के चले हम साथ तुम्हारे
आज ख़ुशी से मेरा दिल ये पुकारे
तेरा दामन मिला, प्यार मेरा खिला
आ गये, आ गये, आ गये पास हम
बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम

दिल की कहानी पहुंची ज़ुबां तक, किस को ख़बर अब पहुंचे कहाँ तक
प्यार के राही आये यहाँ तक, जायेंगे दिल की हद है जहाँ तक
तुम साथ दो तो चले हम आसमां तक
दिल में अरमां लिए, लाख तूफां लिए
आ गये, आ गये, आ गये पास हम
बेख़ुदी में सनम, उठ गये जो क़दम



Credits
Writer(s): Akhtar Roomani, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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