Han Mera Dil

हर पल मैं तेरी यादों में खोया
तूने ना जाना कभी
गुज़री हुईं उन रातों में सपने
तूने ना माना कभी

हाँ, मेरा दिल है टूटा हुआ
मुझसे तू क्यूँ है रूठा हुआ?
हाँ, मेरा दिल धड़कता रहा
तेरे लिए तड़पता रहा

हुआ, मैं हुआ तेरा हर मर्तबा
जब से तू मुझमें बसी
जानूँ ना मैं, तू मुझसे क्यूँ है ख़फ़ा
सोचूँ मैं हर पल, हर घड़ी

ख़्वाबों को तेरे बुनता रहा मैं
उलझे उन धागों से जो
डोरी जो छोड़ी हाथों से तूने
सँभाला है अब तक वो

हाँ, मेरा दिल है टूटा हुआ
मुझसे तू क्यूँ है रूठा हुआ?
हाँ, मेरा दिल धड़कता रहा
तेरे लिए तड़पता रहा

बारिश की बूँदें बदन पे तेरी
हल्की-हल्की सी गिरी
बहती हवा में ज़ुल्फ़ें तेरी
ख़ुशबू महकती हुई

गरजते ये बादल हैं आँगन में मेरी
अँधेरा है क्यूँ हर तरफ़?
मैं जितना भी चाहूँ तेरे पास आना
तू होती है उतनी ही दूर

हाँ, मेरा दिल टूटा हुआ
मुझसे तू क्यूँ है रूठा हुआ?
हाँ, मेरा दिल धड़कता रहा
तेरे लिए तड़पता रहा



Credits
Writer(s): Arjun Amori
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