Zaroorat 2.0

मैं था रहगुज़र, तूने थामा इस क़दर
अब रही ना कोई भी फ़िकर
मैं तुझ में बाँट लूँ यूँ ख़ुद को, हमसफ़र
रह ना जाए कोई भी कसर

तेरे बिना मेरा लागे ना जिया
तेरे लिए ही धड़के जिया
तेरे बिना मेरा लागे ना जिया
अब तेरे लिए ही धड़के जिया

मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है
मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है
मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है
मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है

तेरी साँसों में मुझे गुज़ारा मिल गया
हो गया मुझ पे तेरा असर
ये मोहब्बत तेरी लगे रब की कोई मेहर
ख़त्म ना हों चाहतें उम्र-भर

तेरे बिना मेरा लागे ना जिया
तेरे लिए ही धड़के जिया
तेरे बिना मेरा लागे ना जिया
अब तेरे लिए ही धड़के जिया

मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है
मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है
मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है
मेरे दिल को तेरे दिल की ज़रूरत है



Credits
Writer(s): Rahul Jain, Sandeep Jahaal, Vandana Khanelwal
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