Jhalak Dikhi Hai Maiya Ki

एक मुस्काती कन्या के मुख पर
झलक दिखी है मैया की
एक मुस्काती कन्या के मुख पर
झलक दिखी है मैया की

छम-छम करती पायल उसकी
याद दिलाए मैया की

एक मुस्काती कन्या के मुख पर
झलक दिखी है मैया की
(एक मुस्काती कन्या के मुख पर)
(झलक दिखी है मैया की)

सखियों संग वो झूला-झूले तो बगिया का रूप खिले
सखियों संग वो झूला-झूले तो बगिया का रूप खिले
मंद-मंद मुस्काए कलियाँ जब ममता की धूप मिले

मगन हुई जब आँखें मेरी
मगन हुई जब आँखें मेरी
देख छवि उस मैया की

(एक मुस्काती कन्या के मुख पर)
(झलक दिखी है मैया की)

कोयल जैसी वाणी उसकी, करती है अमृत वर्षा
कोयल जैसी वाणी उसकी, करती है अमृत वर्षा
मुख से जैसे मंत्र निकलते, वेदों की होती चर्चा

मन अति पुलकित हो बैठा जब
मन अति पुलकित हो बैठा जब
महीमा जानी मैया की

(एक मुस्काती कन्या के मुख पर)
(झलक दिखी है मैया की)

आँख-मिचोली जब वो करती, देख के नैना धन्य हुए
आँख-मिचोली जब वो करती, देख के नैना धन्य हुए
अंबे का ये रूप देखकर, काज मेरे संपन्न हुए

Govind गाए भजन तुम्हारा
Govind गाए भजन तुम्हारा
ये कृपा है मैया की

(एक मुस्काती कन्या के मुख पर)
(झलक दिखी है मैया की)

छम-छम करती पायल उसकी
याद दिलाए मैया की

एक मुस्काती कन्या के मुख पर
झलक दिखी है मैया की
(एक मुस्काती कन्या के मुख पर)
(झलक दिखी है मैया की)

(झलक दिखी है मैया की)



Credits
Writer(s): Govind Bathri
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link