Jai Mata Di

माँ की महीमा माँ के आगे सब जन गाते हैं
माँ की महीमा माँ के आगे सब जन गाते हैं
माँ से मिलने भक्त तो क्या भगवान भी आते है

(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)

जयकारा इस शेरावाली माता का
(बोल साचे दरबार की जय)

सुबह-ओ-शाम आह्वान करके माँ की भेंटें गाओ (माँ की भेंटें गाओ)
लाल चुनर ओढ़ाओ, माँ को टीका लाल लगाओ (टीका लाल लगाओ, हाँ, जी, टीका लाल लगाओ)
माँ तो माँ है, माँ के आगे ना शर्माते हैं (ना शर्माते हैं)
मन में क्या है? क्या दुविधा है? सब कह पाके हैं

(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)

हो, रत्न जड़ित आभूषण से मैया को और सजाओ (मैया को और सजाओ)
रूठी है तो चरण पकड़ लो, माँ को आज मनाओ (माँ को आज मनाओ, हाँ, जी, माँ को आज मनाओ)
जिनके मन के तार भवानी से जुड़ जाते हैं (हाँ, जुड़ जाते हैं)
कष्ट से टूटे हर नाता, वो तो सुख पाते हैं

(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ) माँ
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)

हे, माँ (जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)
जय माँ, माँ (जय माँ, जय माँ, जय माँ)
(जय माँ, जय माँ, जय माँ)



Credits
Writer(s): Kunwar Juneja, Ashish Chandra
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link