Hue Bechain

हम्म.
हुए बेचैन पहली बार
हमने राज़ ये जाना
मोहब्बत में कोई आशिक़
क्यों बन जाता है दीवाना

अगर इक़रार हो जाए
किसी से प्यार हो जाए
बड़ा मुश्किल होता है
दिल को समझाना

हुए बेचैन पहली बार
हमने राज़ ये जाना
मोहब्बत में कोई आशिक़
क्यों बन जाता है दीवाना

तसव्वुर के हसीं लम्हें
तेरा एहसास करते हैं
तेरा जब ज़िक्र आता है
तो मिलने को तड़पते हैं

हमारा हाल ना पूछो
कि दुनिया भूल बैठे हैं
चले आओ तुम्हारे बिन
ना मरते हैं ना जीते हैं

सुनो अच्छा नहीं होता
किसी को ऐसे तड़पना
मोहब्बत में कोई आशिक़
क्यों बन जाता है दीवाना

अगर ये प्यार हो जाए
किसी पे दिल जो आ जाए
बड़ा मुश्किल होता है
दिल को समझाना

हुए बेचैन पहली बार
हमने राज़ ये जाना

तू ही है. तू है.
तू ही है. ओ.

फ़लक से पूछ लो चाहे
गवाह ये चाँद तारे हैं
ना समझो अजनबी सदियों से
हम तो बस तुम्हारे हैं

मोहब्बत से नहीं वाक़िफ़
बहुत अन्जान लगती हो
हमें मिलना ज़रूरी है
हक़ीक़त न समझती हो
हम्म.

कोई कैसे समझ पाए
किसी के दिल का अफ़साना
मोहब्बत में कोई आशिक़
क्यों बन जाता है दीवाना

अगर इक़रार हो जाए
किसी से प्यार हो जाए
बड़ा मुश्किल होता है
दिल को समझाना

हुए बेचैन पहली बार
हमने राज़ ये जाना
मोहब्बत में कोई आशिक़
क्यों बन जाता है दीवाना
हम्म.



Credits
Writer(s): Riaz Hussain
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