Dhuan

तेरे इश्क़ ने जला दिया
मेरी आशिक़ी का तूने कैसा सिला दिया!
हवा चली मैं उड़ चला
ज़मीं पे रहते तूने मेरा आसमाँ हिला दिया

सागर की लहरों ने साहिल को लहरों से थका ही दिया
सारी बातों ने उन रातों ने मुझको भटका ही दिया

धुएं में उड़ा जा रहा
बारिश में जला जा रहा
चलो मैं देखता ज़िंदगी
धुएं में उड़ा, हाँ जा रहा

धुएं में उड़ा जा रहा
बारिश में जला जा रहा
चलो मैं देखता ज़िंदगी
धुएं में उड़ा, हाँ जा रहा

ये शाम जो शामिल हुई
उसकी ही धुंध में हर कश मैंने मिला लिया
धुआं उठा दिल जल रहा
फिर पैरों से मैंने तुझको बुझा दिया

सागर की लहरों ने साहिल को लहरों से थका ही दिया
सारी बातों ने उन रातों ने मुझको भटका ही दिया

धुएं में उड़ा जा रहा
बारिश में जला जा रहा
चलो मैं देखता ज़िंदगी
धुएं में उड़ा, हाँ जा रहा

धुएं में उड़ा जा रहा
बारिश में जला जा रहा
चलो मैं देखता ज़िंदगी
धुएं में उड़ा, हाँ जा रहा

धुएं में उड़ा जा रहा
बारिश में जला जा रहा
चलो मैं देखता ज़िंदगी
धुएं में उड़ा, हाँ जा रहा

धुएं में उड़ा जा रहा
बारिश में जला जा रहा
चलो मैं देखता ज़िंदगी
धुएं में उड़ा, हाँ जा रहा



Credits
Writer(s): Ankit Kaneri
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