Ravayan

इस पाप के दरिया में मुझ पापी को बेहेने दो
तुम बन जाओ राम मुझे रावण ही रहने दो
जय शंकर की
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित

तुम बन जाओ राम मुझे रावण ही रहने दो

ब्रह्मा का अवतार हूं
दसो दिशा का राजा
परम ज्ञानी शिव भक्त
मै चारो वैद का ज्ञाता
बुरी नजर तेरी नीच सोच
तेरी नज़रे सब दिखलाती है
मुझको जलाने की हिम्मत
तुझमें कहां से आती है
अंदर झांक के देख तू
मेरा ही तू प्रछावा है
तेरी गंदी सोच देख
मुझको भी घृणा आती है
इस युग की बहू बेटियो को
भले राम ना मिल पाए
रावण जैसा भाई हो
जो बेहेन की इज्जत पर आए तो
रामायण
रच जाए

ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित

शृणु मैथिलि मत् वाक्यम् मासान् द्वादश भामिनि ||
कालेन अनेन न अभ्येषि यदि माम् चारु हासिनि ||

काल भी मेरी मुठ्ठी में
महाकाल का मै पुजारी
जिसने शिव तांडव को लिखा
मै हूं वो बलशाली
दुनिया समझती पापी मुझको
पापी नहीं मै पंडित हूं
अमरजीवी मै सूरवीर
मै अखंड त्रिलोकी
रावण हूं
हां हुई एक गलती थी
सीता को बंधी बनाया था
अपनी बहन की लाज मै
सीता को उठा लाया था
वो वर्ष मैंने कैद किया
पर लांगी ना मर्यादा थी
जब वापस पाया राम ने
सीता गीता की तरह पाक
और कुरआन की तरह साफ थी

सीते उठा त्रिशूल तू
खुद ही काली बन जा
छूने वाले हाथ को काट
और कर संघार जग का
इस युग मै ना कोई राम है
ना राम बन कोई आएगा
अब हर घर मै रावण बैठा
राम कहां से आएगा

रा रा राम कहां से आएगा

ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित
ता का धित ता
ता धित ता
ता धित ता
ता धित ता धित ता धित ता धित

जय शंकर की



Credits
Writer(s): Ronit Kumar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link