Baatein

दिल में जगी हलकी सी जो कमी है
चलती रही पर यह ज़न्दगी है
जैसे लहरों में बेहटा वोह पानी
जैसे बादल यह जो उड़ते रहे

कैसा हो जो येह पल थम जाये
ख्वाबों की यह अपनी दुनिया बना लें
चल दौड़ चलें हम उस जगह
और बना लें सपनो का येह जहाँ

आ चल इस पल में लिख दें हम सारे
किस्से हज़ारो, वोह प्यारी बातें
जहाँ बहते हो झरने और यह हवाएं
बैठ के करलें वोह प्यारी बातें

आ चल इस पल में लिख दें हम सारे
किस्से हज़ारो, वोह प्यारी बातें
जहाँ बहते हो झरने और यह हवाएं
बैठ के करलें वोह प्यारी बातें

देख दूर उस पहाड़ पर अपना घर
खिड़की खुले तोह दूर तक जाये नज़र
कुछ सोंधी सोंधी मिटटी की वोह महक
तेरे साथ बीते पल अब हर पेहेर

कल की क्या सोचें आज का पन्ना भर दें
जहाँ भी जाएं जाएं हम साथ लेकर
चल आना मेरे सपनो में तू कभी
मिलकर कुछ ख्वाब बन लेंगे हम वहीँ

आ चल इस पल में लिख दें हम सारे
किस्से हज़ारो, वोह प्यारी बातें
जहाँ बहते हो झरने और यह हवाएं
बैठ के करलें वोह प्यारी बातें

आ चल इस पल में लिख दें हम सारे
किस्से हज़ारो, वोह प्यारी बातें
जहाँ बहते हो झरने और यह हवाएं
बैठ के करलें वोह प्यारी बातें



Credits
Writer(s): Prakher Gupta
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