Zindagi Ki Baahon Mein

ये है मेरा सफ़र
मैं हूँ एक हमसफ़र
जाऊं मैं दर-बदर
मंज़िल है मेरा घर
बुला रहीं हैं ये मंज़िले
निगाहें मेरी घर को ढूंढे
रात ढले और सूरज खिले
ये सिलसिला यूहीं चलता रहे
चल रहा हूँ
ख्वाबों की राहों पे
जा रहा हूँ
चल रहा हूँ
ख्वाबों की राहों पे
जा रहा हूँ
ज़िन्दगी की बाहों में
उपर है आसमान
ये शब्द लेंगें उड़ान
मिला मुझे मंज़र नया
नीचे है सारा जहान
बुला रहीं है ये मंज़िले
निगाहें मेरी घर को ढूंढे
रात ढले और सूरज खिले
ये सिलसिला यूहीं चलता रहे
चल रहा हूँ
ख्वाबों की राहों पे
जा रहा हूँ
चल रहा हूँ
ख्वाबों की राहों पे
जा रहा हूँ
ज़िन्दगी की बाहों में
चल रहा हूँ
ख्वाबों की राहों पे
जा रहा हूँ
ज़िन्दगी की बाहों में



Credits
Writer(s): Anshumaan Chandra
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link