Rehnuma

दूर हो चाहे ग़म भला तुमसे
लाख हुई चाहे ख़ता हमसे
हम हैं जहाँ भी, है तेरी दुआ से
तेरे करम से, तेरी वजह से

ओ, रहनुमा मेरे, ओ, रहगुज़र मेरे
दूर तुमसे हुए मेरे सारे अँधेरे
ओ, रहनुमा मेरे, ओ, रहगुज़र मेरे
दूर तुमसे हुए मेरे सारे अँधेरे

ओ, ज़िंदगी की महफ़िल में खोए हम
या इसकी कश्ती में चाहे मशग़ूल हम
पर याद आती तेरी पनाहें हमें
जब जा के बैठे कोने में गुमसुम हम

ज़िक्र तेरा ही आता हर सदा में
तूने रची है मेरी दास्ताँ ये

ओ, रहनुमा मेरे, ओ, रहगुज़र मेरे
दूर तुमसे हुए मेरे सारे अँधेरे
ओ, रहनुमा मेरे, ओ, रहगुज़र मेरे
दूर तुमसे हुए मेरे सारे अँधेरे

तुमसे जुड़े हैं हर एक सपने मेरे
हैं सब तुम्हारे जो ख़्वाब अपने मेरे
होंगी ये जिस दिन मुठ्ठी में मेरे सभी
आऊँगा उस दिन क़दमों में रखने तेरे

दाग़ नहीं दग़ा की मेरी वफ़ा में
तेरे लिए है सारी फ़लसफ़ा ये

ओ, रहनुमा मेरे, ओ, रहगुज़र मेरे
दूर तुमसे हुए मेरे सारे अँधेरे
ओ, रहनुमा मेरे, ओ, रहगुज़र मेरे
दूर तुमसे हुए मेरे सारे अँधेरे



Credits
Writer(s): Mrityunjay Pandey
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