Mere Ho Jao Na

इश्क़ जब दोनों को छू गया
रूठ कर तू क्यूँ गया?
हँसी काफ़ूर है चेहरे से मेरे
बाक़ी आँसू रह गया

गुज़रे थे मौसम जितने भी
रंगों से खाली हैं सभी
जाते हुए तू ये ले गया
ख़ुशबुएँ जो बाक़ी मुझमें थीं

अगर हो मुमकिन तो फ़िर लौट आओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना
अगर हो मुमकिन तो फ़िर लौट आओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना

तू है तो ज़िंदगी पास-पास है
तेरे बिन जीने को अब क्या ख़ास है
मोहब्बत को हम-तुम रास आए ना
जी कर भी जीने अब ए'तिराज़ है

तय आज फ़ासले ये तुम कर आओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना
अगर हो मुमकिन तो फ़िर लौट आओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना

कुछ खो है गया मेरे अंदर कहीं
तू लेकर गया साथ एक ज़िंदगी
कुछ भी ना रहा बीच तेरे-मेरे
साथ रह ही गई मेरे आवारगी

शिकवे, शिकायतें फ़िर तुम साथ लाओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना
अगर हो मुमकिन तो फ़िर लौट आओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना

अगर हो मुमकिन तो फ़िर लौट आओ ना
मेरे हो जाओ ना, मेरे हो जाओ ना



Credits
Writer(s): Karan Bajaj, Rohit Sharma, Shubham Verma
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