Kaabil - E- Tareef

ਜਿੰਨੀ ਵਾਰੀ ਤੈਨੂੰ ਵੇਖਾਂ
ਬਸ ਵੇਖੀ ਜਾਣ ਦਾ ਦਿਲ ਕਰਦਾ ਏ
ਬਸ ਤੇਰੇ ਬਾਰੇ ਸੋਚ-ਸੋਚ ਕੇ ਹੀ
ਸੋਹਣਿਆ, ਮੇਰਾ ਦਿਨ ਲੰਘਦਾ ਏ

I know, अपने चेहरे पे ही सुनना अपनी तारीफ़ें
लगता है थोड़ा सा अजीब

क़ाबिल-ए-तारीफ़ है तेरी हर चीज़
तेरी हर चीज़ है क़ाबिल-ए-तारीफ़
क़ाबिल-ए-तारीफ़ है तेरी हर चीज़
तेरी हर चीज़ है क़ाबिल-ए-तारीफ़

(तेरी हर, हर...)
(तेरी हर, हर...)
(क़ाबिल-ए-तारीफ़)

प्यार में हैं हम, हमारा क्या क़सूर?
तभी तो मिलने आ जाते हैं आप से, हुज़ूर
बच्चों की तरह दिल ज़िद करता है
कैसे करें ignore? ये करे मजबूर

अब खुद ही बता दो जी इलाज हमारा
हम तो बन चुके हैं आप के मरीज़

क़ाबिल-ए-तारीफ़ है तेरी हर चीज़
तेरी हर चीज़ है क़ाबिल-ए-तारीफ़
क़ाबिल-ए-तारीफ़ है तेरी हर चीज़
तेरी हर चीज़ है क़ाबिल-ए-तारीफ़

ओ, हमारे लिए तो जिए भी बड़ी बात है
मौक़ा मिला है, और हम तुम्हारे साथ हैं
अरे, हम से अच्छे लाखों मिल सकते हैं आप को
आप को ठुकराएँ, हमारी क्या औक़ात है?

इतने प्यार से जो तुम ने हम को प्यार कर लिया
Nazar जी बन गए हैं आप के मुरीद

क़ाबिल-ए-तारीफ़ है तेरी हर चीज़
तेरी हर चीज़ है क़ाबिल-ए-तारीफ़
क़ाबिल-ए-तारीफ़ है तेरी हर चीज़
तेरी हर चीज़ है क़ाबिल-ए-तारीफ़



Credits
Writer(s): Gaurav Dev, Gurnazar, Kartik Dev
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