Belafz Baatein

आँखें, रातें, तारे
रुसवा हैं आपस में सारे
ख़ुद के आगे हारे
दिल दोनों क़िस्मत के मारे

दूर हैं तुम और मैं बैठे
फ़ासले कोई तो आ के मिटा दे
फिर कहीं मिल जाए जो आ के
रास्ता कोई हमें वो बता दे

बेख़्वाब आँखें, बेताब रातें, बेलफ़्ज़ हैं बातें
बेदम हैं साँसें, बेमन हवाएँ, बेलफ़्ज़ हैं बातें

मरते-मरते जिए तेरे बिन थे
हँसते-हँसते रो दिए
समझे हम ये जो खो गए तुझ से
अब ये रस्ते रो दिए

बार-बार नज़रों से
प्यार तेरा बह रहा मेरे
इंतज़ार तेरा है ये

फिर कहीं मिल जाए जो आ के
रास्ता कोई हमें वो बता दे

बेख़्वाब आँखें, बेताब रातें, बेलफ़्ज़ हैं बातें
बेदम हैं साँसें, बेमन हवाएँ, बेलफ़्ज़ हैं बातें

दूर हैं तुम और मैं बैठे
फ़ासले कोई तो आ के मिटा दे
फिर कहीं मिल जाए जो आ के
रास्ता कोई हमें वो बता दे

बेख़्वाब आँखें, बेताब रातें, बेलफ़्ज़ हैं बातें
बेदम हैं साँसें, बेमन हवाएँ, बेलफ़्ज़ हैं बातें



Credits
Writer(s): Prem, Kunaal Vermaa, Hardeep
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