Bheeni Bheeni Si - Male Version

भीनी-भीनी सी, सौंधी-सौंधी सी
तेरी ख़ुशियों के सदके जाऊँ मैं
प्यारे लम्हों की ठंडी छाँव सी
तेरी मुस्कान ही गुनगुनाऊँ मैं

तू जान है मेरी, तू मेरी ख़ुशी
रूह बिन तेरे सहमी सी, सहमी सी
बिन तेरे ना कटे उम्र छोटी सी

मेरे हँसने की, मेरे रोने की
है वजह तू ही तो मेरे होने की
मेरे हँसने की, मेरे रोने की
है वजह तू ही तो मेरे होने की

जान मेरी, तुझको मैंने जाँ दे दी
ज़िंदगी तेरे लिए, ज़ुबाँ दे दी
दिल के कोरे पन्ने पे तू आयत सी
रब ने मेरे मुझ पे यूँ इनायत की

राहत तेरी धड़कनों की राह से गुज़रती है
रंग तेरे लेके मेरी आरज़ू सँवरती है

तू आसरा मेरा, तू मेरी दुआ
तू ही तो सुबह रातों की, रातों की
तू लकीरों में है मेरे हाथों की

मेरे हँसने की, मेरे रोने की
है वजह तू ही तो मेरे होने की

झोंके ठंडी पुरवा के यूँ आते हैं
जैसे तेरे संदेसे ये लाते हैं
फ़ासलों के बोझ हम उठाते हैं
यादें दिल में लेके जिए जाते हैं

अरमाँ मेरे तेरे ही ख़यालों पे ठहरते हैं
तुम बिन तनहा, हम हर लम्हा बेक़रार रहते हैं

यूँ फ़र्ज़ पे फ़ना, जिस्म से जुदा
मैं कहीं रहूँ, तू ही है मेरी परछाई
बस तुझे दे सदा मेरी तनहाई

मेरे हँसने की, मेरे रोने की
है वजह तू ही तो मेरे होने की



Credits
Writer(s): Vijay Verma, Rajesh Manthan
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link