Teri Aadat

तू दूर हुआ है जब से
मन बावरा क्यूँ तरसे?
राहें अगर ये जुदा थीं
क्यूँ साथ था एक उमर से?

Hmm, तेरी आदत जो लगी है
उसे कैसे मैं भुलाऊँ?
ये कहानी मेरे दर्द की
किसको जा के सुनाऊँ?

तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से
तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से

तेरी तड़प में वक्त का क़तरा
लगता है दरिया क्यूँ मुझे?
शर्त बता दे या फिर सज़ा दे
है क्या रज़ा, बयाँ कर मुझे

कैसे जुदा हो जाऊँ?
देखा तुझे है क़ुर्बत से
राहें अगर ये जुदा थीं
क्यूँ साथ थे एक उमर से?

तेरी आदत जो लगी है
उसे कैसे मैं भुलाऊँ?
ये कहानी मेरे दर्द की
किसको जा के सुनाऊँ?

तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से
तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से



Credits
Writer(s): Abhi Dutt
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