Dheere Dheere Re Mana - DJJS

धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये

धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
अरे फिकर न कर पग पीछे न धर
जब संग हैं गुरुवर किस बात का डर. हो...
धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये

जैसे काली रात के बाद ही आये नया सवेरा
आये है मधुमास भी तोड़के पतझड़ का हर घेरा
जैसे काली रात के बाद ही आये नया सवेरा
आये है मधुमास भी तोड़के पतझड़ का हर घेरा
जैसे काली रात के बाद ही आये नया सवेरा
आये है मधुमास भी तोड़के पतझड़ का हर घेरा
छट जायेगी उदासी
बस है देर ज़रा सी. हो...
धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये

बदली में चाहे छिप जाये सूरज
हस्ती ना उसकी मिटती है
गुरु ओझल है दृष्टि से चाहे
कृपा तो फिर भी दिखती है
बदली में चाहे छिप जाये सूरज
हस्ती ना उसकी मिटती है
गुरु ओझल है दृष्टि से चाहे
कृपा तो फिर भी दिखती है
बदली में चाहे छिप जाये सूरज
हस्ती ना उसकी मिटती है
गुरु ओझल है दृष्टि से चाहे
कृपा तो फिर भी दिखती है
उनका आना है तय
तू क्यों खोता समय. हो.
धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
अरे फिकर न कर पग पीछे न धर
जब संग हैं गुरुवर किस बात का डर. हो...
धरले मनवा धीरज तू
धरले मनवा धीरज तू
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये
माली सींचे सौ घड़ा ऋतू आये फल होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होये



Credits
Writer(s): Divya Jyoti Jagrati Sansthan
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