Tu Hi Hai

तू रब से माँगा हुआ तोहफ़ा जैसे
तू दिल से चाहा हुआ लमहा जैसे
तू जज़्बातों में शामिल जैसे
तू मेरी आख़िरी मंज़िल हो जैसे

माँगूँ मैं रब से जो वो तू ही है
माँगूँ मैं रब से जो वो तू ही है
तू ही है, तू ही है, तू ही है, तू ही है

चाहे सवेरा हो, तेरा ही पहरा हो
चाँदनी सी रात में तू मेरा हो
चाहे सवेरा हो, तेरा ही पहरा हो
चाँदनी सी रात में तू मेरा हो
तू मेरी आख़िरी मंज़िल हो जैसे

माँगूँ मैं रब से जो वो तू ही है
माँगूँ मैं रब से जो वो तू ही है
तू-तू ही है, तू ही है, तू ही है, तू ही है

ख़ाबों में अक्सर तू आ के गुज़रता है
साया भी तेरा अपना सा लगता है (hey)
ख़ाबों में अक्सर तू आ के गुज़रता है
साया भी तेरा अपना सा लगता है
तू मेरी आख़िरी मंज़िल हो जैसे

माँगूँ मैं रब से जो वो तू ही है
माँगूँ मैं रब से जो वो तू ही है
तू ही है, तू ही है, तू ही है, तू ही है



Credits
Writer(s): Rahul Jain
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