Chandni Raatein

सब जग सोए, हम जागें, तारों से करें बातें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें
सब जग सोए, हम जागें, तारों से करें बातें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें

तकते-तकते टूटी जाए आस, पिया ना आए रे
तकते-तकते...
शाम-सवेरे दर्द अनोखे उठें, जिया घबराए रे
शाम-सवेरे...

रातों ने मेरी नींदें लूट ली
रातों ने मेरी नींदें लूट ली
दिन के चैन चुराए

दुखिया आँखें ढूँढ रही हैं वही प्यार की घाटें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें
सब जग सोए, हम जागें, तारों से करें बातें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें

पिछली रात में हम उठ-उठ के चुपके-चुपके रोए रे
पिछली रात में...
सुख की नींद में मीत हमारे देस पराए सोए रे
सुख की नींद में...

दिल की धड़कनें तुझे पुकारें
दिल की धड़कनें तुझे पुकारें
आजा बालम, आई बहारें

बैठ के तनहाई में कर ले सुख-दुख की दो बातें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें
सब जग सोए, हम जागें, तारों से करें बातें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें

चाँदनी रातें, चाँदनी रातें
चाँदनी रातें, चाँदनी रातें



Credits
Writer(s): Feroz Nizami
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