Depression

मंजिल तो दूर नहीं,
लगती मुझको हर घड़ी,
मेरी तकदीर वही,
मुझको जो मिली ही नहीं ।
बस यूँ चलता ही रहूँ,
बेकार सफर यह मेरा,
बातें जितनी भी सुनूँ,
लगता है ज़हर है मेरा ।
जिंदगी अब जी ना सकूं,
घुटता है दम अब मेरा,
रातें गिनता ही रहूं,
कब होगा सवेरा मेरा!
कब होगा सवेरा मेरा!
कब होगा सवेरा मेरा!

बडे़ मेरे दिन अब बड़ी मेरी रातें,
राहों में बस हैं कांटे,
दिल को चीर टुकड़े हैं बांटे,
सपनों के लिए मैंने क्या नहीं छांटे ।
बस लगता है गलती क्या रह गई,
दिल की बात मेरी दिल में ठहर गई,
लोगों के तानों से,
मेरी जिंदगी में बस कमियां ही रह गई ।
सोंच-सोंच दिमाग नोच,
घरवालों से भी यही कहा,
कुछ दिन रुक जाओ और,
जिंदगी है मेरी अभी थोड़ी खफा ।
बस ऐसा ही चलता रहा,
सुबह का सूरज ढलता रहा,
धीरे-धीरे गिनते-गिनते,
दिन सालों में बदलता रहा ।
जाने किस मोड़ पे,
जीवन खड़ा है एक छोर पे,
जीने की चाह, मेरे सांसों की राह,
अब धड़कनों को झंझोरते!
अब धड़कनों को झंझोरते ।

यार मेहनत तो पूरी करी थी!
सब की बात भी सुनी थी!
फिर भी क्या रह गया यार!
रुक थोड़ा सांस ले अब सुन!

माना थोड़ी सी है मुश्किल,
अब बना खुद का तो जरा सा काबिल,
लड़ना ही है तुझे सीखना,
बड़ा जो करना है तुझको कुछ हासिल ।
बस अब तू काम पे लग जा,
जो दिल में आए कर जा,
खुद की तू सुन,
बेकार के लोगों को मार तमाचा ।
जिंदगी का उसूल यही है,
महनत का विकल्प नहीं है,
मंजिल तो मिलनी ही है तुझे,
करनी तुझको कोई भूल नहीं है ।
थोड़ा और सह ले अंधेरा,
तभी आएगा नया सवेरा,
रातों-रात तू जितना तपेगा,
सारा दिन उतना चमकेगा ।
बस अब तू राह समेट ले,
जो भी है तेरे पास उसको लपेट ले,
ऊपर वाला जो लाया था बुरा वक्त,
अच्छा भी लाएगा कर थोड़ा wait ले!
अच्छा भी लाएगा कर थोड़ा wait ले ।
have faith in yourself .



Credits
Writer(s): Dhritiman Mandal
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link