Jinke Liye (Reprise)

जिनके लिए हम रोते हैं
हो, जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाँहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाँहों में सोते हैं

हम गलियों में भटकते फिरते हैं
वो समंदर किनारों पे होते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाँहों में सोते हैं

पागल हो जाओगे, आना कभी ना
गलियों में उनकी जाना कभी ना, जाना कभी ना

हम ज़िंदा गए थे क़रीब उनके
अब देखो मरे हुए लौटे हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाँहों में सोते हैं

हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुरसत कहाँ अब उनको है ग़ैरों से
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुरसत कहाँ अब उनको है ग़ैरों से

उनकी मोहब्बत हर जगह
वो जो कहते थे हम इकलौते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाँहों में सोते हैं

जिनके लिए-, mmm
किसी और की बाँहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाँहों में सोते हैं



Credits
Writer(s): B Praak, Jaani Unknown Composer
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