Zari Ki Pagdi

ज़री की पगड़ी बाँधे सुंदर आँखों वाला
ज़री की पगड़ी बाँधे सुंदर आँखों वाला
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा
ज़री की पगड़ी बाँधे...

कानों में कुंडल साजे, सिर मोर मुकुट बिराजे
सखियाँ पगली होती, जब-जब होंठों पे बंसी बाजे
सखियाँ पगली होती, जब-जब होंठों पे बंसी बाजे

है चंदा ये साँवरा, तारे हैं ग्वाल-बाला
है चंदा ये साँवरा, तारे हैं ग्वाल-बाला
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा
ज़री की पगड़ी बाँधे...

लट घुँघराले पाल, तेरे कारे-कारे बाल
सुंदर श्याम सलोना, तेरी टेढ़ी-मेढ़ी चाल
सुंदर श्याम सलोना, तेरी टेढ़ी-मेढ़ी चाल

हवा में सर-सर करता तेरा पीतांबर मतवाला
हवा में सर-सर करता तेरा पीतांबर मतवाला
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा

ज़री की पगड़ी बाँधे सुंदर आँखों वाला
कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा
ज़री की पगड़ी बाँधे...

जय-जय कृष्णा, राधे कृष्णा
हरे कृष्णा, राधे कृष्णा
जय-जय कृष्णा, हरे कृष्णा
राधे कृष्णा, जय-जय कृष्णा



Credits
Writer(s): Traditional
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