safar

सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो

किसी के वास्ते...
किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं
किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं

तुम अपने आप को खुद बदल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो

यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता

मुझे गिरा के अगर तुम सँभल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो

यही है ज़िंदगी...
यही है ज़िंदगी, कुछ ख़्वाब चुन, उम्मीदें
यही है ज़िंदगी, कुछ ख़्वाब चुन, उम्मीदें

इन्हीं खिलौनों से तुम बहल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो
जो चल सको तो चलो, जो चल सको तो चलो



Credits
Writer(s): Reeshabh Purohit
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