Beliya

तू जो छोड़ के मुझको गया है
तोड़ गया है कुछ इस तरह

तू जो छोड़ के मुझको गया है
तोड़ गया है कुछ इस तरह
जैसे ख़्वाब बिना आँखें
जिस्म बिना रूह, हूँ मैं इस तरह

मैंने तुझ को जिया, तेरा सजदा किया
दिया चाहत का तूने ये कैसा सिला? कैसा सिला?

बेलिया-बेलिया, सुन, मेरे बेलिया
बेलिया-बेलिया, सुन, मेरे बेलिया

जाने तेरी थी ख़ता या मेरा था क़ुसूर
जो लिखा था क़िस्मत में, होना था ज़रूर

Hmm-hmm-mmm
जाने तेरी थी ख़ता या मेरा था क़ुसूर
जो लिखा था क़िस्मत में, होना था ज़रूर

आके किनारे पे छूटा साथ तेरा
हाथों से मेरे क्यूँ छूटा हाथ तेरा?

मेरा तेरे सिवा कोई ख़्वाब नहीं
मेरा साया भी मुझसे हुआ है ख़फ़ा, मुझसे ख़फ़ा

बेलिया-बेलिया, सुन, मेरे बेलिया
बेलिया-बेलिया, सुन, मेरे बेलिया
बेलिया-बेलिया, सुन, मेरे बेलिया
बेलिया-बेलिया, सुन, मेरे बेलिया

बेलिया

सुन, मेरे बेलिया



Credits
Writer(s): Akash Shah
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