Salamat Rahe Tu

मेरी कहानी है तू
किताबों में जो थी पढ़ी
मेरी मोहब्बत है तू
ताबीरों में जो थी बुनी

तेरी मुस्कुराहट यूँ साक़ सी रहे
ना ग़म के साये तुझ तक कभी पहुँच सके

सलामत रहे तू
हँसती रहे तू
महफ़ूज़ हो तू
जहाँ भी रहे तू

मैं जी लूँगा ऐसे तू चाहेगी जैसे
तेरे बिना या तेरे साथ
मेरे भी हिस्से के ख़ुशी के जो पल हो
ख़ुदा करे तुझे नमाज़

सलामत रहे तू
हँसती रहे तू
महफ़ूज़ हो तू
जहाँ भी रहे तू

सलामत रहे तू
हँसती रहे तू
महफ़ूज़ हो तू
जहाँ भी रहे तू



Credits
Writer(s): Vipin Singh
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