Pehli Nazar

पहली नज़र जो मेरी उस पे गई
दिल रुक गया, साँसें थम सी गईं
ऐसा लगा, मुझ को वो मिल गई
ढूँढता था मैं जिसको हर घड़ी

ख़ामोश था दिल मेरा, और मैं भी
ना जाने क्यूँ मैं उसका होने लगा
उसका नशा मुझ पे ही चढ़ने लगा
हाँ, प्यार ही मुझ को तो होने लगा

ना जाने मैं तुझ को कैसे बताऊँ
तेरे बिना एक पल भी ना जी पाऊँ
तू ही तो दिल में और धड़कनों में
दिल की कहानी कैसे मैं समझाऊँ?

कहने की है एक बात दिल में मेरे
बन के धड़कन रहना है दिल में तेरे
सूनी थी ये ज़िंदगी तेरे बिना
पूरी कर दे तू मेरी दास्ताँ

तू ही सनम, मेरी हर खुशी
तू ही सनम, मेरी ज़िंदगी
तू ही है जाँ, तू ही मेरा जहाँ
तेरे बिना ना है ये ज़िंदगी

आ जाओ तुम मेरी बाँहों में
कहता है दिल बेक़रार

पहली नज़र जो मेरी उस पे गई
दिल रुक गया, साँसें थम सी गईं
ऐसा लगा, मुझ को वो मिल गई
ढूँढता था मैं जिसको हर घड़ी

ना जाने मैं तुझ को कैसे बताऊँ
तेरे बिना एक पल भी ना जी पाऊँ
तू ही तो दिल में और धड़कनों में
दिल की कहानी कैसे मैं समझाऊँ?



Credits
Writer(s): Hemanya Tyagi, Siddharth Slathia
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