Mashhoor Hai Tu

आदतें मेरी तूने बिगाड़ी
आँखें खुली, ना उतरी खुमारी

देखने लगा हूँ ख़्वाब अब
खुद से लेकर उधारी
जानता है दिल भी अब मेरा
क्यूँ भला चाहतों में हमारी?

मशहूर है तू, मशहूर है तू
मशहूर है तू, मशहूर है तू
मशहूर है तू

दिल मेरा ये मनचला
कब ना जाने तेरे पीछे चल दिया
आज क्या, कल भी मेरा
इसने तेरे नाम दस्तख़त यूँ कर दिया

रातों का मेरी सुरूर है तू
आँखों का ग़ुरूर है तू

धड़कनों की साज़ में भी अब
तूने देकर शुमारी
दी हैं इतनी उलझनें कि अब
हर पहर करवटों में हमारी

मशहूर है तू, दिल का नूर है तू
मशहूर है तू, मशहूर है तू

क्या पता नींद ने
आँखों से कब दग़ा किया
बन के फिर धड़कन मेरी
तूने दिल का हक़ अदा किया

हर सुबह मेरी तेरी दीवानी
शामें मेरी हुई बेगानी

तुझ से ही है अब तो सच मेरा
तू ही मेरी कहानी
ढूँढती फिरे तुझे नज़र इस क़दर
हसरतों में हमारी

मशहूर है तू, दिल का नूर है तू
मशहूर है तू, मशहूर है तू, मशहूर है तू



Credits
Writer(s): Oni Adil, Saurabh Negi
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