Tum Hi Tum Ho

तुम ही तुम हो या कुछ अंजानी सी है
मिलेंगे शायद कभी, बस थोड़ी नादानी सी है
तुम ही तुम हो या कुछ अंजानी सी है
मिलेंगे शायद कभी, बस थोड़ी नादानी सी है

उन शब्दों की तरक़ीबें तेरी माधुरी को बयाँ करें
इस रूप की गहराई को कैसे भूलूँ मैं?

तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ
तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ

छुपा है सूरज बादलों में, भरा-भरा सा मन
रुकी है होंठ सिसकियों में, महका हुआ सा तन
छुपा है सूरज बादलों में, भरा-भरा सा मन
रुकी है होंठ सिसकियों में, महका हुआ सा तन

उन शब्दों की तरक़ीबें तेरी माधुरी को बयाँ करें
इस रूप की गहराई को कैसे भूलूँ मैं?

तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ
तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ

वो घाव भी गहरे, निगाहों की पहरे
बदली है रंगत, बदला है करवट
वो घाव भी गहरे, निगाहों की पहरे
बदली है रंगत, बदला-बदला है करवट

उन शब्दों की तरक़ीबें तेरी माधुरी को बयाँ करें
इस रूप की गहराई को कैसे भूलूँ मैं?

तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ
तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ

तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ
तुझको भुला ना पाऊँ, तुझको भुला ना पाऊँ
यादों को दिल में छुपा लूँ



Credits
Writer(s): Manik Bera, Sayantan Sinha, Souptik Mazumder
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