Deewanapan Hai

जीने की वजह थे
सजा है ये ज़िन्दगी भी ना
जो अब है तेरा कल न हो
घुट घुट के फिर भी ये गम है पीना

कल फिर एक दिन नया तो आएगा
दिल तेरा ही सही कहाँ जाएगा
सूनापन है जहाँ एक कोने में
एक बार फिर सही आज रोने दे

कबसे तनहा रहते हैं
दीवानापन है
खुदसे यूँही कहते हैं
दीवानापन है

ज़िन्दगी ये फिर एक बार कैसे मोड़ पे लायी है
तू हो ना हो संग मेरे, तेरी याद ले आयी है

तो फिर क्यों, याद करूँ, तुझे दिन रात
तो फिर क्यों, याद करूँ

कबसे तनहा रहते हैं
दीवानापन है
खुदसे यूँही कहते हैं
दीवानापन है



Credits
Writer(s): Abhishek Chaudhary
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