Mauka Hai!

हो, लगा के सीढ़ी चढ़ें चाँद पे
लगा के सीढ़ी चढ़ें चाँद पे, हम को किस ने रोका है?
लगा के सीधी चढ़ें चाँद पे, हम को किस ने रोका है?
जो दुनिया के लिए है मुश्किल, अपने लिए वो मौक़ा है

आगे बढ़ जाएँ (मौक़ा है), कुछ तो कर जाएँ (मौक़ा है)
हो, बनके तिरंगा नील गगन पे लहराएँ-लहराएँ (मौक़ा है)
आगे बढ़ जाएँ (मौक़ा है), कुछ तो कर जाएँ (मौक़ा है)
हो, बनके तिरंगा नील गगन पे हम लहराएँ

मौक़ा है
मौक़ा है
मौक़ा है
मौक़ा है

गली-गली, कूचे-कूचे, चलें हौसले ऊँचे-ऊँचे
कि रोके से इस बार रुकें ना हम
उठा के सर जो फ़सलें खड़ी हैं
सुनो तो हम से क्या कह रही हैं
झुक जाए आकाश, झुकें ना हम

ऐसा आग़ाज़ करें, गाँव की गलियाँ नाज़ करें
मिट्टी को छू के हम सोना कर जाएँ, कर जाएँ

जो जश्न अभी तक (हुआ नहीं)
जो शिखर अभी तक (छुआ नहीं)
चल, वो छू आएँ, हाँ, वो छू आएँ

मौक़ा है
मौक़ा है
मौक़ा है
मौक़ा है



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir Shukla, Rochak Kohli
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