Zindagi

ये ज़िंदगी ख़ाब के चादर ओढ़ी है
जो रेत सी हाथ में ठहरी थोड़ी है
ये ज़िंदगी ख़ाब के चादर ओढ़ी है
जो रेत सी हाथ में ठहरी थोड़ी है

खोया मैंने है ख़ुद को ख़ुद ही से
सूखे ख़ाहिशों के बगीचे
खोया मैंने है ख़ुद को ख़ुद ही से
सूखे ख़ाहिशों के बगीचे

ये ज़िंदगी

कोई तो आए, कोई आ जाए
मैं डूब रहा हूँ, मुझको बचाए
मैं थक गया हूँ, रुक सा गया हूँ
हाल ये अपना किसको बताएँ

कोई तो आए, कोई आ जाए
मैं डूब रहा हूँ, मुझको बचाए
मैं थक गया हूँ, रुक सा गया हूँ
हाल ये अपना किसको बताएँ

Hey Aman, और कैसा चल रहा है music?
Bro, तू मेरी बात मान, तू अपना time waste कर रहा है
अपनी ज़िंदगी बर्बाद कर रहा है ये लड़का
अरे, बेटा, खाना तो खाके जा

कल तक जो मेरे संग-संग चले थे
आज वो मुझसे ही अंजान हैं
सहमी है धड़कन और ये मेरा मन
गुलिस्ताँ था पहले अब शमशान है

कल तक जो मेरे संग-संग चले थे
आज वो मुझसे ही अंजान हैं
सहमी है धड़कन और ये मेरा मन
गुलिस्ताँ था पहले अब शमशान है

कुछ ऐसा कर जाऊँ कि तारा हो जाऊँ
आकाश को चूमूँ, ना लौट के आऊँ
मैं थक गया हूँ, रुक सा गया हूँ
हाल ये अपना किसको बताऊँ

कोई तो आए, कोई आ जाए
मैं डूब रहा हूँ, मुझको बचाए
मैं थक गया हूँ, रुक सा गया हूँ
हाल ये अपना किसको बताऊँ

कोई तो आए, कोई आ जाए
मैं डूब रहा हूँ, मुझको बचाए
कोई तो आए, कोई आ जाए
मैं डूब रहा हूँ, मुझको बचाए

ये ज़िंदगी



Credits
Writer(s): Aakash Trivedi
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