Ambe Maa

अम्बे तू कर कृपा मेरी ज़िन्दगी सवार दो
अम्बे तू कर कृपा मेरी ज़िन्दगी सवार दो
मज़धार में है नईया मेरी पार तू उतार दो
मज़धार में है नईया मेरी पार तू उतार दो

ना साथी ना संगी ना कोई सहारा
तेरे दरश को भटका फिरता मैं मारा मारा माँ
मैं मारा मारा
ना साथी ना संगी ना कोई सहारा
तेरे दरश को फिरता हूँ माँ मैं मारा मारा माँ
मैं मारा मारा
गोद में अपने बिठा के माँ मुझको दुलार दो
मज़धार में है नईया मेरी पार तू उतार दो

बरसों से ये मन है मेरा प्यासा
जाने कब ये होगी पूरी मेरी आशा
मेरी आशा
बरसों से ये मन है मेरा प्यासा
जाने कब ये होगी पूरी मेरी आशा
मेरी आशा
चरणों में दे जगह मेरी ज़िंदगी सवार दो
मज़धार में है नईया मेरी पार तू उतार दो

बंधन ये सारे हैं झूठे झूठी सारी माया
धन्य है माँ जिसने तेरी भक्ति को है पाया
भक्ति को है पाया
बंधन ये सारे हैं झूठे झूठी सारी माया
धन्य है माँ जिसने तेरी भक्ति को है पाया
भक्ति को है पाया
भक्ति दान दे मुझको मेरी ज़िंदगी सवार दो
मज़धार में है नईया मेरी पार तू उतार दो



Credits
Writer(s): Mritunjay Dubey, Sumit Jha
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