Barbaad Kare

थोड़ा सबर तो किया होता
दिल वापस ना लिया होता
पास ना आते दूर से ही
इश्क़ तो कम ना किया होता

जाते जाते छोड़ जाते प्यार मेरे हिस्से का

दिल तूने जो तोड़ दिया तुझको वही दिल याद करे
तुझसे बिछड़कर खुद को दिल फुरसत से बर्बाद करे

कभी जो टूटा मैं बने थे ताकत तुम
नही बदलती जो वही थे आदत तुम
रोज़ाना तुम मुझसे यही तो कहते थे
कभी ना बांटोगे मेरी मोहब्बत तुम

फिर किस तरह उठा जनाज़ा तेरे मेरे रिश्ते का

दिल तूने जो तोड़ दिया तुझको वही दिल याद करे
तुझसे बिछड़कर खुद को दिल फुरसत से बर्बाद करे

फुरसत से बर्बाद करे



Credits
Writer(s): Akash, Akash ( Dhaneliya Brothers ), Vishal
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