Naam

रौशन सदा वही नाम है
जिसने किया कुछ ऐसा काम है
धूप में जिसने दी छाँव है
भर दिए दिलों की सारे घाव है

सफ़र में
डगर पे
चला था बेनाम सा
पीछे चला क़ाफ़िला

मोड़ पे, हर
छोर से
संग हो चले सभी
देखके कदमों के निशान

थाम के हाथ दिया साथ है
दरिया जो पार करे वो नाव है
राहतों का उसकी ना कोई दाम है
मुस्कुराहटें ही बस इनाम है

सफ़र में
डगर पे
चला था बेनाम सा
पीछे चला क़ाफ़िला

मोड़ पे, हर
छोर से
संग हो चले सभी
देखके कदमों के निशान



Credits
Writer(s): Joydeep Bose
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link