Khwaishein Hai Meri

ख्वाइशें हैं मेरी
तुझ से ही है ये जुडी
क्या हूं मैं कैसे कहूं
की क्या थी मुझ में कमी

समुंदर किनारे बैठे थे हम
जब तुमने कहा था की होंगे संग
चाहे जाए जहां भी हम
हम ढूंडे तुम्हें हर पल
इन लम्हों में याद आते हो तुम
पर तुम हो नहीं मेरे संग
अब चाहे जाए जहां भी हम
हम ढूंडे तुम्हें हर पल

तुम मुड गए उन राहों से
पर हम चलते रहे
याद आते हैं वो पल हमें
जो काटे थे संग तेरे

दिल से ये मेरी दुआ
है तेरे लिए हर दिन
तू है जहां भी अभी
तू खुश रहना मेरे बिना

समुंदर किनारे बैठे थे हम
जब तुमने कहा था की होंगे संग
चाहे जाए जहां भी हम
हम ढूंडे तुम्हें हर पल
इन लम्हों में याद आते हो तुम
पर तुम हो नहीं मेरे संग
अब चाहे जाए जहां भी हम
हम ढूंडे तुम्हें हर पल

तुम मुड गए उन राहों से
पर हम चलते रहे
याद आते हैं वो पल हमें
जो काटे थे संग तेरे

जी लूंगा मैं यहां
अकेले तेरे बिना
याद आए तो हमें याद करना
इन बातों को सदा
गुनगुनाऊंगा यहां
तू सुन ले तो हमें याद करना

समुंदर किनारे बैठे थे हम
जब तुमने कहा था की होंगे संग
चाहे जाए जहां भी हम
हम ढूंडे तुम्हें हर पल



Credits
Writer(s): Arjun Rawat, Dev Prasad, Karan Rawat
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