Mere Meharbaan

दिन हो, चाहे रात हो, अब तू ख़यालों में है
Hmm, दिन हो, चाहे रात हो, अब तू ख़यालों में है
तू अँधेरों में है शामिल, तू उजालों में है
बस यही माँगा, जब माँगी रब से दुआ

ख़ुदा ना करे, तू जुदा हो...
तू जुदा हो मुझसे कभी भी मेहरबाँ
ख़ुदा ना करे, तू जुदा हो...
तू जुदा हो मुझसे कभी भी मेहरबाँ

अब तो जीते हैं हम बस तुम्हें देखकर
हो, अब तो जीते हैं हम बस तुम्हें देखकर
कुछ ना सोचा कभी एक तुझे सोचकर

मैं तो दुनिया में आया हूँ तेरे लिए
तुझको रब ने बनाया है मेरे लिए
इस बात का गवाह दिल है मेरा
तू सुन ले दिल की सदा

ख़ुदा ना करे, तू जुदा हो...
तू जुदा हो मुझसे कभी भी मेहरबाँ
ख़ुदा ना करे, तू जुदा हो...
तू जुदा हो मुझसे कभी भी मेहरबाँ
ख़ुदा ना करे, तू जुदा हो...
तू जुदा हो मुझसे कभी भी मेहरबाँ



Credits
Writer(s): Salman Aman
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