Baadlon Ke Paar

ऐ चाँद थोड़ा तू ठहर
कहीं रात जाए ना ढल

ऐ चाँद थोड़ा तू ठहर
कहीं रात जाए ना ढल
मेरी जान मेरे साथ है
तू बिताने दे थोड़ा पल

तू भी कर ले थोड़ी बात
चाँदनी को खफ़ा यू ना कर
मेरी जान मेरे साथ है
तू बिताने दे थोड़ा पल

बादलों के पार जा तुझे
ले के जाउंगा मैं
आसमा की छत पे नई
दुनिया बनाउंगा मैं
बादलों के पार जा तुझे
ले के जाउंगा मैं
आसमा की छत पे नई
दुनिया बनाउंगा मैं

बर्फीले पहाड़ो पे सूरज की किरणों जैसी
झुल्फें तेरी लहराती है

रेतीले मैदानों में पीपल की छाओ जैसी
पलके तू जब झपकाती है

बर्फीले पहाड़ो पे सूरज की किरणों जैसी
झुल्फें तेरी लहराती है
रेतीले मैदानों में पीपल की छाओ जैसी
पलके तू जब झपकाती है

चलना सफ़र में साथ बन के तू
मेरा हमसफ़र
देदु जान मैं तू मांगे मुझसे जो
जान मेरी अगर

बादलों के पार जा तुझे
ले के जाउंगा मैं
आसमा की छत पे नई
दुनिया बनाउंगा मैं
बादलों के पार जा तुझे
ले के जाउंगा मैं
आसमा की छत पे नई
दुनिया बनाउंगा मैं



Credits
Writer(s): Arvind Singh Chouhan
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