Mere Maula Mere Aaqa

मौला, मौला

सुबह की धूप है तुझसे, जहाँ की शाम है तुझसे
जो हो तेरा करम, मौला, तो मेरा नाम है तुझसे
मेरी गुमनाम हस्ती भी, मेरी तक़दीर भी तुझसे
मेरे ख़ाबों की मस्ती भी, मेरी ताबीर भी तुझसे

चाहे हो मुझमें, चाहे तू रहे दूर
हो कितना भी अँधेरा पाता रहूँगा नूर
चाहे हो मुझमें, चाहे तू रहे दूर
हो कितना भी अँधेरा पाता रहूँगा नूर

मेरे मौला, मेरे आक़ा
मेरे मौला, मेरे आक़ा
मेरे मौला, मेरे आक़ा
मेरे मौला, मेरे आक़ा

नज़र जाए जिधर, मौला, उधर ही बेक़रारी है
नज़र के हर फ़साने पर तेरी ही इख़्तियारी है
जिधर देखूँ तुझे पाऊँ, तेरी ख़ातीर सदा गाऊँ
यही अरमान है दिल में, तेरी ही इंतज़ारी है

कोई ना माने पर रिश्ता है ज़रूर
हो कितना भी अँधेरा पाता रहूँगा नूर
कोई ना माने पर रिश्ता है ज़रूर
हो कितना भी अँधेरा पाता रहूँगा नूर

मेरे मौला, मौला, मेरे मौला

मेरे मौला, मेरे आक़ा (मेरे मौला)
मेरे मौला, मेरे आक़ा
मेरे मौला, मेरे आक़ा
मेरे मौला, मेरे आक़ा

मेरे मौला



Credits
Writer(s): Sugat Dhanvijay, Tripurari Tripurari
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