Main Chala

मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं
मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं
मैं मुड़ा तेरी तरफ़, तू मुड़े और कहीं

ਤੁਝੇ ਐਸਾ ਲਗਤਾ ਹੈ ਹੱਥ ਤੇਰਾ ਛੱਡ ਗਈ
तेरी ग़लतफ़हमी है, मैं तो कहीं मुड़ गई
तेरी ग़लतफ़हमी में मैं कहीं की ना रही

मैं बढ़ा तेरी तरफ़, तू बढ़े और कहीं
मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं

ਅੱਖੀਆਂ ਦਾ ਰੋਣਾ ਤੈਨੂੰ ਦਿਖਤਾ ਨਹੀਂ ਥਾ
दिल पे तेरा नाम मैंने लिखा कहीं था
लिखा कहीं था, दिखता नहीं था

ये जो हो गया है, ये तो होना नहीं था
तुझको पाके, यारा, मैंने खोना नहीं था
तू जो मुड़ जाती तो मैं जी जाता

मैं तो देखूँ तेरी तरफ़, तू तो देखे और कहीं
मैं तो देखूँ तेरी तरफ़, तू तो देखे और कहीं
मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं

ਤੱਕਦੀ ਰਵਾਂ ਮੈਂ ਤੈਨੂੰ, ਜੀਅ ਮੇਰਾ ਕਰਦਾ ਹੈ
एक-दो क़दम तेरे बिन आगे नहीं बढ़ता है
आगे नहीं बढ़ता है, जी नहीं करता है

आगे बढ़ के क्यूँ नहीं मेरा हाथ थाम लेती है?
साथ तेरा मैं देता, क्यूँ साथ नहीं देती है?
मैं तो पगला था, कुछ समझ नहीं पाता

मेरी राह तेरी तरफ़, तेरी राह और कहीं
मेरी राह तेरी तरफ़, तेरी राह और कहीं
मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं

ਤੁਝੇ ਐਸਾ ਲਗਤਾ ਹੈ ਹੱਥ ਤੇਰਾ ਛੱਡ ਗਈ
तेरी ग़लतफ़हमी है, मैं तो कहीं मुड़ गई
तेरी ग़लतफ़हमी में मैं कहीं की ना रही

मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं
मैं चला तेरी तरफ़, तू चले और कहीं



Credits
Writer(s): Shabbir Shamiullah Ahmed
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