Vina Ke Tar

(सहारा द)
(सहारा द)
(सहारा द)

सूर के सरित हऊ, बुधिया के दाता
दुनिया अन्हार बावे, कुछु ना बुझाता
ए माँ, सूर के सरित हऊ, बुधिया के दाता
दुनिया अन्हार बावे, कुछु ना बुझाता

डूबतिया नइया, मइया, खेव के किनारा द
डूबतिया नइया, मइया, खेव के किनारा द

बिणवा के तार से, माँ, हमके सहारा द
बिणवा के तार से, माँ, हमके सहारा द
बिणवा के तार से...
पढ़नी ना लिखनी, माई, कुछु के ना लूर बा
तुहीं बतावऽ, हमार कवन कसूर बा?
हे माई, पढ़नी ना लिखनी, माई, कुछु के ना लूर बा
तुहीं बतावऽ, हमार कवन कसूर बा?

मुँह देले बाड़ू त तुहीं अब चारा द
मुँह देले बाड़ू त तुहीं अब चारा द

बिणवा के तार से, माँ, हमके सहारा द
बिणवा के तार से, माँ, हमके सहारा द
बिणवा के तार से...
Krishna Bedardi, Shilpi कहे कर जोर के
"तहरा बिना के पोछी अँखिया के लोर के?"
हे माई, Krishna Bedardi, Shilpi कहे कर जोर के
"तहरा बिना के पोछी अँखिया के लोर के?"

आसरा लगवले Sonu, दुख से छुटकारा द
आसरा लगवले Sonu, दुख से छुटकारा द

बिणवा के तार से, माँ, हमके सहारा द
बिणवा के तार से, माँ, हमके सहारा द
बिणवा के तार से...



Credits
Writer(s): Krishna Bedardi, Lord Ji
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link