Behti Hawa

बेहती हवा सा था वो
उड़ती पतंग सा था वो
कहाँ गया उसे ढूंढो

बेहती हवा सा था वो
उड़ती पतंग सा था वो
कहाँ गया उसे ढूंढो

हमको तोह राहें थी चलाती
वो खुद अपनी राह बनाता
गिरता संभलता
मस्ती में चलता था वो

हमको कल की फिकर सताती
वो बस आज का जश्न मनाता
हर लम्हे को खुलके जीता था वो
कहाँ से आया था वो
चुके हमारे दिल को
कहाँ गया उसे ढूंढो

सुलगती धूप में छाँव के जैसा
रेगिस्तान में गाँवे के जैसा
मन के घांव पे मरहम जैसा था वो
हम सहमे से रहते कुएं में
वो नदिया में गोते लगाता
उलटी धारा चीर के तैरता था वो

बादल आवारा था वो
प्यार हमारा था वो
कहाँ गया उसे ढूंढो

हमको तोह राहें थी चलाती
वो खुद अपनी राह बनाता
गिरता संभलता
मस्ती में चलता था वो

हमको कल की फिकर सताती
वो बस आज का जश्न मनाता
हर लम्हे को खुलके जीता था वो
कहाँ से आया था वो
चुके हमारे दिल को
कहाँ गया उसे ढूंढो



Credits
Writer(s): Parth Siddhpura
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