Afsaney

अफसाने बन गए
पैमाने बन गए
कसमों को तोड़ कर
अनजाने बन गए
अफसाने बन गए
अनजाने बन गए
कसमों को तोड़ के
बेईमानी कर गए
मुझे छोड़ के ना जा
रुख मोड़ के ना जा
एवी कसमें ना खावी
जानी रस्में निभा जा!!
मुझे छोड़ के ना जा
रुख मोड़ के ना जा
एवी कसमें ना खावी
जानी रस्में निभा जा!!

क्यूं मुझसे दूर तू चल दी
क्यूं मुझको खफा होने का हक नहीं
क्यूं चल पड़े मन दुखा कर
क्यूं तुझको पड़ता फर्क नही
क्यूं दी सज़ा दिल चुरा कर
हम रो दिया मुस्कुरा कर
क्या पाया हमने
तुझे जाना अपना बना कर

अफसाने बन गए
पैमाने बन गए
कसमों को तोड़ कर
अनजाने बन गए
अफसाने बन गए
अनजाने बन गए
कसमों को तोड़ के
बेईमानी कर गए
मुझे छोड़ के ना जा
रुख मोड़ के ना जा
एवी कसमें ना खावी
जानी रस्में निभा जा!!
मुझे छोड़ के ना जा
रुख मोड़ के ना जा
एवी कसमें ना खावी
जानी रस्में निभा जा!!



Credits
Writer(s): Shubham Chourasiya
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