Ghungroo Toot Gaye To Kya

तुम अपनी राहों में यूँ रोशनी सजा लेना
जहाँ भी दीया ना मिले, दिल वहाँ जला लेना

गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या
गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

नाच, अरे, तू बिन पायल
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

घुँघरू टूटे, नग़मा टूटा
दिल तो नहीं है तेरा टूटा
इनके लिए रोना तो नहीं है
ये पीतल सोना तो नहीं है

गाएगा तेरा प्यार ग़ज़ल
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या
ओ, तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

जहाँ-जहाँ तू पाँव धरेगी
धरती को गुलरंग करेगी
दर्द हँसेंगे, ग़म नाचेगा
सन्नाटा छम-छम नाचेगा

टूटा नहीं...
टूटा नहीं कोई ताजमहल
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

भूल कभी हो ही जाती है
चीज़ कोई खो भी जाती है
खोई हुई तुझे प्रीत मिलेगी
हार में भी इक जीत मिलेगी

छोड़ ना आशा का आँचल
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

नाच, अरे, तू बिन पायल
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या

गोरी, क्यूँ है तू बेकल?
तेरे घुँघरू टूट गए तो क्या



Credits
Writer(s): Qateel Shifai, Pankaj Udhas
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link